OTP kya hota hai – ओटीपी क्या है पूरी जानकारी – Dark Media

OTP kya hota hai – ओटीपी क्या है पूरी जानकारी


हैल्लो दोस्तों आज की इस नई पोस्ट में आप जानेंगे ओटीपी कोड के बारे में इस पोस्ट में ओटीपी के बारे में सब कुछ बताया गया है OTP kya hota hai या ओटीपी क्या है क्यू की बहुत सारे लोगों को ओटीपी कोड के बारे में नही पता होता है अगर आप भी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपके नंबर पर भी कभी ना कभी ओटीपी कोड आया होगा क्योंकि जब भी आप ऑनलाइन काम करते हैं जैसे की आप अगर किसी प्लेटफार्म पर साइन अप करते हैं तो आपके फोन नंबर पर भी एक ओटीपी रिसीव हुआ होगा या जब भी आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं तो इसके लिए भी आपके फोन में आपके नंबर पर एक ओटीपी कोड भेजा जाता है अगर आप उसको डालने में सक्षम नहीं हो पाते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं कर पाते हैं।

इसलिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए ओटीपी कोड डालना बहुत ही जरूरी होता है तभी आप आगे की प्रोसेस कर पाते हैं और यह ओटीपी कोड आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है आपने भी इससे पहले ओटीपी कोड के बारे में सुना जरूर होगा लेकिन आपको यह अच्छी तरह से पता नहीं होगा कि आखिर ओटीपी क्या होती है या OTP ka matlab Kya hota hai ओटीपी क्यों भेजी जाती है इसके पीछे क्या कारण है तो इन्हीं सब के बारे में इस आर्टिकल में पूरी जानकारी के साथ बताया गया है आज इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको ओटीपी से रिलेटेड सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

बस इसके लिए आपको पोस्ट को लास्ट तक ध्यान से पढ़ना होगा तभी आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल पाएगी और आप सही से जान पाएंगे ओटीपी का इस्तेमाल क्यों होता है और इस पोस्ट में ये भी बताया गया है सबसे पहली बार ओटीपी का इस्तेमाल कब किया गया था इसका इतिहास क्या है तो चलिए बिना देरी करते हुए जान लेते हैं।

OTP kya hota hai ?

बहुत सारे लोगों को ओटीपी का मतलब भी नहीं पता होता है ओटीपी का फुल फॉर्म भी नहीं जानते हैं तो मैं आपको बताना चाहूंगा OTP का फुल फॉर्म One Time password होता है तो अब आपको पता चल गया होगा ओटीपी का मतलब वन टाइम पासवर्ड होता है लेकिन अभी भी आपके मन में ओटीपी से रिलेटेड बहुत सारे सवाल होंगे आप जानना चाहते होंगे ओटीपी का इस्तेमाल आखिर क्यों होता है क्या ओटीपी कोड का इस्तेमाल होना जरूरी है तो इन्हीं सब टॉपिक पर हम चर्चा करेंगे और मैं आपको ये भी बताऊंगा ओटीपी का इस्तेमाल करना आखिर क्यों ज़रूरी है और क्यों इसका इस्तेमाल आज के टाइम में किया जाता है और इसका इस्तेमाल करना कितना जरूरी है।

सबसे पहले तो आपको बताना चाहूंगा कि ओटीपी का इस्तेमाल कहां पर होता है उदाहरण के लिए व्हाट्सएप ले लीजिए आपने देखा होगा जब आप व्हाट्सएप पर एक नया अकाउंट बनाते हैं और जो सा नंबर आप व्हाट्सएप पर रजिस्टर करते हैं।

तो व्हाट्सएप अकाउंट बनने से पहले आपके उसी फोन नंबर पर एक ओटीपी कोड भेजा जाता है और उस कोड को डालने के लिए कहा जाता है बिना ओ छोटी सी कोड को डाले हुए आप व्हाट्सएप पर रजिस्टर नहीं कर पाते हैं तो अब आप इसका अंदाजा खुद ही लगा सकते हैं ओटीपी कोड का डालना कितना जरूरी होता है तुम आपको बता दूं ओटीपी कोड डाला इसलिए जरूरी होता है ताकि व्हाट्सएप को पता चल सके कि आप जिस मोबाइल नंबर को व्हाट्सएप पर रजिस्टर करने की कोशिश कर रहे हैं क्या वो आपका नंबर है भी या नहीं क्या वो फोन नंबर आपके पास ही मौजूद है या किसी और के पास है तो ऐसे में उस फोन नंबर पर sms के द्वारा एक ओटीपी कोड भेजा जाता है जो सिर्फ वही व्यक्ति देख सकता है जो उस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है क्योंकि वो ओटीपी उसी के मोबाइल नंबर पर आता है तो ऐसे में अगर आपके पास वह मोबाइल नंबर मौजूद है आप ही उस नंबर के मालिक हैं तो आपको एक ओटीपी प्राप्त हो जाएगा और आप अपना अकाउंट आसानी से वेरीफाई कर लेंगे।

लेकिन अगर आपने ऐसे ही किसी का भी मोबाइल नंबर डाल दिया है और आप सोचे कि मैं किसी और का फोन नंबर डालकर रजिस्टर कर लूं तो ऐसा पॉसिबल नहीं है क्योंकि वह ओटीपी कोड आपको मिल नहीं पाएगा तो ऐसे में आप अपना अकाउंट वेरीफाई नहीं कर पाएंगे और अकाउंट बनाने में सफल नहीं हो पाएंगे।

ओटीपी कोड से आपका किसी तरह का कोई नुकसान नही होता है ये आपकी सुरक्षा के लिये ही इस्तेमाल किया जाता है ताकी आप ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार न हों आपका डाटा आपका अकाउंट सुराक्षित रह सके आप खुद ही सोच सकते हैं अगर ओटीपी कोड वेरीफाई करने के लिए न भेजा जाए बिना ओटीपी के ही रजिस्ट्रेशन या पैसों का ऑनलाइन ट्रांजेक्सन कर दिया जाये तो आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है क्यू की ऐसे में कोई भी आपके नंबर को जहाँ चाहेगा लिंक कर देगा और जिस प्लेटफार्म पर चाहेगा साइन अप व लॉगिन कर सकेगा ओटीपी कोड में कुछ डिजिट होते हैं वो 4 या 6 डिजिट के हो सकते हैं ओटीपी कोड इस प्रकार 658-987 का होता है और ये हमेशा के लिए वैध नही होता है इसकी एक टाइमिंग होती है फिर ये खुद से ही एक्सपायर हो जाता है।

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आपको बता दूँ की ओटीपी कोड हर बार बदल कर आता है अगर आप सोचें की मैं इस ओटीपी को नोट कर के रख लूँ और फिर जब भी कहीं पे ओटीपी माँगा जायेगा तो इसे ही दे दूँगा तो ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्यू की एक ओटीपी को सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है उसके बाद उस ओटीपी कोड का काम खत्म हो जाता है मुझे उम्मीद है ओटीपी क्या है या otp kya hota hai इस बारे में पढ़ कर आपको आनन्द आ रहा होगा और आप ओटीपी के बारे में काफी कुछ अब तक जान भी चुके होंगे दोस्तों आपने ध्यान दिया होगा जितनी बार भी आपके नंबर पर ओटीपी आता होगा हर बार अलग ओटीपी आता होगा उसमे जो 4 या 6 डिजिट के नंबर आते हैं वो हर बार बदल कर आते हैं।

ऐसा इसलिए होता है ताकि अगर कोई भी आपका ओटीपी एक बार चुरा ले तो दुबारा ओटीपी का इस्तेमाल ना कर पाए तभी हर बार बदलकर ओटीपी कोड भेजा जाता है ओटीपी अपने आप में एक बहुत बड़ा महत्व रखता है ओटीपी के अपने बहुत सारे लाभ हैं।

OTP कोड के फायदे?

ओटीपी कोड सबसे पहले तो आपको स्पैमिंग से बचाता है जैसा कि आपको पता है आज के टाइम में कितनी ज्यादा स्पैमिंग होने लगी है अगर ओटीपी ना होता तो आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कोई भी व्यक्ति आपके फोन नंबर का इस्तेमाल कहीं पर भी आसानी से कर सकता था और आपके मोबाइल नंबर का गलत इस्तेमाल कर सकता था या फर्जी कामों में आपके फोन नंबर का मिसयूज़ कर सकता था लेकिन ओटीपी के कारण कोई भी व्यक्ति बिना आपकी परमिशन के आपका फोन नंबर कहीं पर भी लिंक नहीं कर सकता।

दूसरा सबसे बड़ा फायदा है सिक्योरिटी जी हां ओटीपी की वजह से आपका अकाउंट हमेशा सुरक्षित रहता है फिर वो  कोई सा भी अकाउंट हो चाहे सोशल मीडिया अकाउंट हो बैंक अकाउंट हो या गूगल अकाउंट हो आज के टाइम में लगभग सारे प्लेटफार्म अपने प्लेटफार्म को मजबूत बनाने के लिए ओटीपी का इस्तेमाल करते हैं मान लीजिए अगर आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड भूल गए हैं और आप अपने अकाउंट में लॉगइन नहीं कर पा रहे हैं तो आप वन टाइम पासवर्ड के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं ऐसे में कंपनी आपको ओटीपी भेजती है और कंफर्म कर लेती है कि ये आपका ही अकाउंट है और आप ही इस अकाउंट के मालिक हैं और फिर आपके अकाउंट में लॉग इन करने के लिए एक्सेस दे दिया जाता है।

जब भी आप के फोन नंबर पर s.m.s. के द्वारा ओटीपी भेजा जाता है तो ये पूरी तरह से बिल्कुल फ्री होता है इसके लिए आपको किसी तरह का चार्ज देने की जरूरत नहीं पड़ती है आप चाहे जितनी बार भी ओटीपी के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं आपके फोन नंबर पर ओटीपी भेज दिया जाता है और आजकल बहुत सारे प्लेटफार्म तो अपने प्लेटफॉर्म के अंदर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का फ़ीचर ऐड कर दिया है इससे यूजर जितनी बार भी अपने अकाउंट में लॉगिन करेगा हर बार उसके फोन नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा और उस ओटीपी का इस्तेमाल उसे करना होगा तभी वो अपने अकाउंट में लॉगिन कर पाएगा।

और ऐसे में यूजर का अकाउंट भी पूरी तरह से सुरक्षित रहता है लेकिन अगर आपअपने अकाउंट में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल नहीं करते हैं तो ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति आपके अकाउंट का यूजर नेम और पासवर्ड चोरी कर लेता है तो फिर वो आसानी से जितनी बार चाहे आपके अकाउंट में लॉगइन कर सकता है जबकि अगर आपके अकाउंट में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल है तो इसके लिए वो आपका पासवर्ड और यूजर नेम जानने के बावजूद भी आपके अकाउंट में लॉगिन नहीं कर पाएगा क्योंकि लॉगिन करने के लिए उसे ओटीपी कोड डालना जरूरी होगा और वो ओटीपी कोड सिर्फ आपके फोन नंबर पर ही आएगा तो ऐसे में वो आपके अकाउंट में बिना ओटीपी कोड डालें लॉगिन नहीं कर पाएगा।

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तो ये थे ओटीपी के फायदे अब तो आपको पता चल गया होगा की ओटीपी कोड के कितने ढेर सारे फायदे होते हैं अब आपके मन में ये सवाल भी आ रहा होगा कि आखिर ओटीपी कोड आता कहां से है कौन ओटीपी कोड भेजता है।

OTP कौन भेजता है?

इसके लिए एक सर्वर होता है जहां पर कुछ हार्डवेयर का सेटअप किया जाता है और साथ ही सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है और यही सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर मिलकर आपके लिए ओटीपी कोड जनरेट करते हैं और फिर आपके नंबर पर भेज देते हैं।

OTP का अविष्कार कब हुआ?

ये एक बहुत बड़ा सवाल है की ओटीपी का आविष्कार किसने किया था लेकिन इसके बारे में आज तक किसी को सही से कुछ भी पता नहीं है इसके पीछे की सच्चाई क्या है और इसका आविष्कार करने वाला वो व्यक्ति कौन है इस बारे में किसी को ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन फिर भी ऐसा माना जाता है ओटीपी का आविष्कार Gilbert Vernam ने किया था और ओटीपी का आविष्कार किस सन में किया गया था इस बारे में भी किसी को सही जानकारी नहीं है तो इस पर कुछ कह पाना काफी मुश्किल है हमने इसके बारे में काफी रिसर्च किया लेकिन इसके बारे में कुछ सही और सटीक जानकारी हमें प्राप्त नहीं हुई।

अंतिम शब्द

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से मैंने ओटीपी से रिलेटेड आपको सारी जानकारी देने की कोशिश किया है और मैंने इस आर्टिकल में आपको बताया है OTP क्या है और ओटीपी का फुल फॉर्म क्या है और साथ ही ओटीपी के सभी लाभ के बारे में भी बताया है मुझे उम्मीद है आपको पोस्ट काफी पसंद आई होगी और सब कुछ अच्छे से समझ आ गया होगा लेकिन अगर अभी भी आपके मन में ओटीपी से रिलेटेड कोई भी सवाल बाकी हो तो आप नीचे कमेंट में अपने सवाल पूछ सकते हैं और आपको पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें।

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