Computer virus kya hai | virus के प्रकार | virus से बचने के उपाय
हैल्लो गाइज़ आज के इस नए आर्टिकल में आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है क्या आपने कभी कंप्यूटर वायरस क्या है इसके बारे में सुना है या क्या आप जानते है वायरस कितने प्रकार के होते हैं या वायरस के लक्षण क्या है और वायरस को कैसे निकाले अगर आपको वायरस के बारे में ज़्यादा जानकारी नही है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं क्यू की इस पोस्ट में मैं आज आपको वायरस के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूँ बस आपको पोस्ट को लास्ट तक पढ़ना होगा फिर इसके बाद आज से आप को अच्छी तरह से पता चल जायेगा कंप्यूटर virus क्या है कंप्यूटर वायरस एक बहुत ही मशहूर नाम है जिसे हर कंप्यूटर चलाने वाले व्यक्ति बाखूबी कंप्यूटर वायरस ( computer virus in hindi ) को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।
वायरस आपके कंप्यूटर सिस्टम को या और भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है इसलिए कंप्यूटर वायरस आपके सिस्टम के लिए बहुत हानिकारक होता है इसलिए कंप्यूटर वायरस से हमे बहुत सावधान रहना चाहिए क्यू की अगर आपके सिस्टम में वायरस की इंट्री हो गयी तो समझिए आपका सिस्टम और आपका डाटा बहुत ही ज़्यादा खतरे में आ चुका है क्यू की ये कभी भी आपके डाटा के साथ आपके सिस्टम को भी बर्बाद कर सकता है।
जैसा की आपको पता होगा वायरस कई प्रकार के होते है जो हमारे शरीर को भी नुकसान पहुँचा सकते हैं ठीक उसी तरह कंप्यूटर वायरस हमारी शरीर को तो नुकसान नही पहुँचा पाता लेकिन हमारे सिस्टम को ज़रूर नुकसान पहुँचा देता हैं इसलिए आजकल हर व्यक्ति को कंप्यूटर वायरस ( virus in hindi ) के बारे में पता होना बहुत ज़रूरी है इसी में आप सब की भलाई भी है।
वैसे तो बहुत सारे लोगों को कंप्यूटर वायरस इन हिंदी के बारे में पता भी होगा और ये भी थोड़ा बहुत पता होगा की computer virus क्या करता है या कंप्यूटर वायरस किस तरह से हमारे सिस्टम को नुकसान पहुँचा सकता है लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी होंगे जिन्होंने बस कंप्यूटर वायरस का नाम ही सुना होगा लेकिन उन्हें इसके बारे में कुछ जानकारी नही होगी।
तो मैंने सोचा क्यू न इसके ऊपर एक पोस्ट लिख दिया जाये इसलिए आज इस आर्टिकल में मैं आपको computer virus kya hai और कैसे पता करें की कंप्यूटर में वायरस है इसके बारे में बताने वाला हूँ जिसे पढ़कर आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
Computer virus क्या है – What is computer virus in Hindi ?
गाइज़ कंप्यूटर वायरस एक बहुत ही छोटा सा प्रोग्राम होता है जिसे बनाने का मकसद सिर्फ यही है कि आपके कंप्यूटर सिस्टम को या आपके डाटा को नष्ट किया जा सके क्यू की कंप्यूटर वायरस एक झटके में ही आपके सिस्टम को पूरी तरह से नष्ट करने में पूरी तरह से सक्षम होता है कंप्यूटर वायरस हमारी परमिशन के बिना ही हमारे सिस्टम को को खराब कर देता है जिसको वापस से रिकवर कर पाना बहुत मुश्किल जो जाता है जैसा की आपको पता ही होगा हमारा जो कंप्यूटर होता है वो कई सारे सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम की मदद से चलता है बिना सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम को इंस्टॉल किये बिना हम अपने कंप्यूटर को रन नही करा सकते हैं।
इसलिए कंप्यूटर को अच्छी तरह से चलाने के लिए आये दिन नए-नए सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम को बनाया जाता है लेकिन आपको बता दूँ कुछ प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को खराब करने के लिए भी बनाये जाते हैं जिन्हें हम कॉम्प्यूटर वायरस के नाम से जानते हैं और बहुत सारे हैकर्स आये दिन नए-नए कंप्यूटर वायरस बनाते रहते हैं।
जिस तरह से computer का अविष्कार इंसानों ने ही किया है और कंप्यूटर को रन कराने के लिए एक से बढ़ कर एक सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम को बनाया है उसी तरह से computer वायरस को भी इन्सानों ने ही बनाया है अगर आपको लगता है कि कंप्यूटर वायरस खुद से बना है नेचुरल है तो मैं आपको बता दूँ ये अपने आप से नही बना है इसे हम इंसानों के द्वारा ही बनाया गया है जिससे दूसरे कंप्यूटर को या सिस्टम को हैंग किया जा सके या नष्ट किया जा सके।
जैसा की मैंने आपको बताया कि वायरस भी कंप्यूटर प्रोग्राम का ही एक छोटा सा हिस्सा है जिनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ हमारे कंप्यूटर को खराब करना होता है इससे हमारे कंप्यूटर को कई सारी हानियाँ पहुँच सकती हैं।
कंप्यूटर वायरस क्या करता है ?
कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर में स्टोर सभी डाटा को लॉक कर सकता है या उसे इरेज कर सकता है इतना ही नही आपके हार्ड डिस्क में स्टोर सभी डाटा को भी नष्ट कर सकता है कंप्यूटर वायरस ईमेल मैसेज के द्वारा भी आपके कंप्यूटर में घुस सकते हैं आपको पता भी नही चलेगा virus आपके कंप्यूटर की स्पेस को बहुत ज़्यादा धीरे भी कर सकता है आपके सभी प्रोग्राम को रोक सकता है आपकी फाइल्स को हमेशा के लिए डिलीट कर सकता है।
Malware kya hai – What is malware in hindi
Malware एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है जिसका पूरा नाम malicious software होता है जो आपके कंप्यूटर्स के लिए हानिकारक होता है malicious software मतलब की खराब सॉफ्टवेयर जो आपके कंप्यूटर के लिए बिलकुल भी अच्छा नही है लेकिन तब भी अगर कभी malware आपके सिस्टम में घुस जाये तो आपका कंप्यूटर बहुत खतरे में आ सकता है फिर आप अपने कंप्यूटर पर से अपना कंट्रोल भी खो सकते हैं malware कुछ और नही बल्कि एक वायरस ही है जो आपके सिस्टम को कभी भी नष्ट कर सकता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि malware आपके या हमारे कंप्यूटर में कहाँ से आ जाते हैं तो आपको इतना तो पता ही होगा की आज के टाइम में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सोर्स इन्टरनेट ही है।
आज के टाइम लगभग हर कोई इन्टरनेट का इस्तेमाल बाखूबी करने लगा है लेकिन इसी के साथ-साथ ऐसे में यूज़र्स के सिस्टम पर भी खतरा बना रहता है क्यू की आये दिन हम इन्टरनेट पर कुछ न कुछ सर्च करते रहते हैं और जानकारी प्राप्त करते रहते हैं इतना ही नही हम आये दिन कुछ न कुछ इन्टरनेट से डाउनलोड भी करते रहते हैं।
तो ऐसे में अगर आप कभी अनजाने में किसी malicious वेबसाइट पर चले जाते हैं और वहाँ से कोई मूवी,गेम या सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते हैं तो हमारे सिस्टम में malware की एंट्री हो जाती है और हमे उस वक़्त पता भी नही चल पाता की हमारे सिस्टम में malware घुस चुका है।
तो इस तरह से malware हमारे सिस्टम में ऑनलाइन घुस जाते हैं लेकिन अब हम जानेंगे की ऑफलाइन malware कैसे हमारे सिस्टम में घुस जाते हैं।
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आप अपने कंप्यूटर में आये दिन Pendrive,CDs, DVDs का इस्तेमाल तो करते ही होंगे या कभी-कभी आप अपने कंप्यूटर में डाटा को ट्रांसफर करने के लिए आप अपने दोस्त की pendrive उठा लाते हैं या किसी दुकान से ले आते है उसके बाद आप अपने कंप्यूटर में pendrive को लगा लेते हैं और अपने कंप्यूटर में उस pendrive से डेटा क्या ट्रांसफर कर लेते हैं और ऐसे में आपके कंप्यूटर में डाटा के साथ-साथ उस pendrive में अगर malware घुस कर बैठा था तो वो आपके कंप्यूटर में भी घुस जाता है और आपके सिस्टम को बर्बाद कर देता है तो इस तरह से ऑफलाइन malware की इंट्री आपके कंप्यूटर में हो सकती है।
Malware के कितने प्रकार होते हैं ?
बेसिकली malware तीन प्रकार के होते हैं- Worms,Virus और Trojan horse ये तीनो वायरस ही कहलाते हैं लेकिन ये तीनो अलग-अलग होते हैं और इनका काम भी अलग होता है लेकिन तीनो आपके कंप्यूटर के खुले दुश्मन हैं तीनो आपके कंप्यूटर को अपने-अपने तरीके से नुकसान पहुँचाने का कार्य करते हैं तो अब हम इन तीनो के बारे में जान लेते हैं कि तीनों का क्या काम होता है और किस तरह से ये आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुँचाते हैं सबसे पहले हम बात करेंगे virus क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं।
Computer virus kya hota hai – Computer virus kya hai in hindi
Virus कंप्यूटर में मौजूद सारे महत्वपूर्ण डाटा को या फाइल्स को हमेशा के लिए डिलीट या नष्ट कर सकता है अब जैसे अगर आपके कंप्यूटर में एक डॉक्युमेंट सेव है उसमें आपने कुछ ज़रूरी जानकारी लिख कर रखा हुआ है और कहीं से अगर आपके कंप्यूटर में वायरस घुस जाये तो वो आपके उस डॉक्युमेंट को लॉक कर सकता है जिसे आप ओपन नही कर सकते या आपके डॉक्युमेंट को डिलीट भी कर सकता है जिससे आप अपनी उस महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट को खो देंगे।
वायरस आपके उस डॉक्युमेंट में छुप कर बैठ भी सकता है ऐसे में अगर आपने उस डॉक्युमेंट को किसी दूसरे कंप्यूटर के साथ शेयर कर दिया तो ये वायरस जो उस डॉक्युमेंट में छुपा बैठा था अब वो उस दूसरे कंप्यूटर में भी घुस जायेगा और उस कंप्यूटर को काफी नुकसान पहुँचा सकता है।
Virus ka full form
वायरस का फुल फॉर्म होता है Vital Information Resources Under Siege .
Computer virus ke prakar – virus कितने प्रकार के होते हैं
कंप्यूटर वायरस एक तरह का malware ही होता है जो आपके कंप्यूटर में या हार्ड डिस्क में घुस जाये तो ये आपके प्रोग्राम को कई गुना multiply कर सकता है जिससे एक ही प्रोग्राम कई सारे रूप ले सकते हैं और एक साथ रन भी हो सकते हैं जिससे आपका कंप्यूटर hang हो सकता है और आपका सिस्टम क्रैश भी हो सकता है तो अब मैं आपको बताने वाला हूँ ये कंप्यूटर वायरस कितने प्रकार के होते हैं ।
Resident Virus
रेसिडेंट वायरस आपके सिस्टम में इंस्टॉल होने के बाद hide हो जाता है फिर इन्हें ढूँढना इतना आसान नही होता है ये आपके सिस्टम की स्पीड को काफी हद तक स्लो बना सकता है।
Direct Action Virus
इस वायरस को नॉन रेसिडेंट वायरस भी कहा जाता है ये भी अगर आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो गया तो फिर ये भी छुप कर रहता है जिसको पता करना बहुत मुश्किल होता है ये आपके सिस्टम की परफॉरमेंस को धीरे नही करता है लेकिन ये आपकी फाइल्स को आसानी से इफेक्ट कर के उन्हें नुकसान पहुँचा सकता है।
Boot Sector Virus
ये वायरस आपके सिस्टम को बूटिंग के समय स्लो कर देता है जिससे आपका सिस्टम देर से ऑन ऑफ़ होता है इसे डिलीट कर पाना मुश्किल होता है लेकिन हम अपने सिस्टम को फॉर्मेट मतलब reset कर के इस वायरस को डिलीट कर सकते हैं इस प्रकार का वायरस pendrive या कोई भी एक्सटर्नल मीडिया सोर्स के द्वार सिस्टम में इंट्री कर लेते हैं।
Overwrite Virus
ये वायरस खतरनाक होता है जो की लगभग आपकी सारी इन्फेक्टेड फाइल्स को नष्ट कर सकता है और इसे डिलीट कर पाना आसान नही होता है इसके लिए यूज़र्स को उन सभी इन्फेक्टेड फाइल्स को डिलीट करना पड़ता है तभी आप इस वायरस से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन ऐसे में आपका डाटा भी लॉस हो जाता है।
इस वायरस को ढूंढने में भी काफी प्रॉब्लम हो सकती है और ये वायरस ईमेल के ज़रिये सिस्टम में घुस जाते हैं इन्हें हम cavity virus के नाम से भी जानते हैं इन्हें कवित्य वायरस इसलिये कहा जाता है क्यू की इन्हें जहाँ पर भी स्पेस मिलता है ये वहीँ पर छुप कर बैठ जाते हैं फिर आपको फाइल्स को इफेक्ट करना स्टार्ट कर देते हैं।
Multipartite Virus
ये वायरस आपके सिस्टम में आपकी प्रोग्राम फाइल्स को multiprogram में कन्वर्ट कर देता है जिससे आपके सिस्टम परफॉरमेंस पर काफी बुरा असर पड़ता है क्यू की multiprogram रन होने के कारण आपका सिस्टम hang होने लग जाता है।
Polymorphic Virus
इस तरह का वायरस कभी सिस्टम में एक जगह पर छुप कर नही बैठता है इसलिए कोई भी एंटीवायरस जब सिस्टम को स्कैन करता है तो ये अपनी जगह से दूसरी जगह पर जा कर छुप जाता है और अपने आप में कई फ़ोल्डर्स को क्रिएट कर के छुपने की जगह बना लेता है इसलिए इस वायरस को ढूंढ पाना बहुत ही मुश्किल काम होता है।
Macro Viruses
ये वायरस हमेशा MLC को टारगेट कर के उसे इफेक्ट करना शुरू कर देता है हालाकि इस प्रकार का वायरस आपकी फाइल्स को इफेक्ट नही करता है लेकिन तब भी इससे आपके सिस्टम के प्रोग्राम में कुछ error देखने को मिल सकता है जिसे फिक्स कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है इसलिए हमें इस तरह के वायरस से सावधान रहना चाहिए।
Rootkit Virus
ये एक ऐसा वायरस होता है जो आपके सिस्टम में इंस्टॉल होने के बाद हैकर्स के लिए एक दरवाज़ा खोल देता है क्यू की ये आपके सिस्टम में टूल्स की कुछ किट को इंस्टॉल कर देता है जिससे आपकी सिक्योरिटी के लिए एक बड़ा खतरा बन जाता है।
क्यू की इस तरह की वायरस की मदद से हैकर्स आपके सिस्टम को अपने कंट्रोल में ले सकते हैं और इससे आपका कंट्रोल खो सकता है हैकर्स जब चाहे जितनी टाइम चाहे आपके सिस्टम में किसी भी प्रोग्राम को कहीं से भी बैठे बैठे एक्सेस कर सकता है और उसे रन भी करा सकता है और सिर्फ इतना ही नही आपके सिस्टम में जब चाहे किसी भी malicious software को इंस्टॉल करा कर रन कर सकता है और साथ ही आपके सिस्टम में कोई भी फंक्शन को disable या enable कर सकता है इस तरह के वायरस जल्दी एंटीवायरस सॉफ्टवेयर की पकड़ में नही आते है इन्हें स्कैन करने के लिए rootkit scanner सॉफ्टवेयर की ज़रूरत पड़ती है।
System Virus
इस तरह के वायरस डायरेक्ट आपके सिस्टम पर अटैक करते हैं जो की आपके सिस्टम में कहीं पे भी पाए जा सकते हैं ये आपके सिस्टम का कंट्रोल आपसे छीन भी सकते हैं और सिस्टम पर खुद कब्ज़ा कर के सिस्टम के मालिक बन सकते हैं जब चाहे आपके सिस्टम को रिसेट कर सकते हैं या आपके सिस्टम को नष्ट भी कर सकते हैं।
Media Virus
इस तरह के वायरस से हमारे सिस्टम में मौजूद मीडिया पर खतरा बना रहता है क्यू की ये स्पेशली हमारी मीडिया में गैलरी,वीडियो अदि को इफेक्ट कर के उन्हें भी वायरस बना देते हैं जिससे हम अपनी फोटोज या वीडियोस को ओपन नही कर सकते न ही रन कर सकते हैं क्यू की हमारी मीडिया भी वायरस का रूप ले लेती है।
Social Virus
इस तरह के वायरस से हमारे सोशल मीडिया अकाउंट को खतरा बना रहता है मान लीजिए अगर ये वायरस आपके सिस्टम में इंट्री कर ले तो फिर ये आपके सोशल मीडिया अकाउंट की हर एक्टिविटी पर नज़र रख सकता है और आपके पासवर्ड पर भी नज़र रख सकता है बहुत सारे हैकर्स सोशल वायरस को सिस्टम में इंस्टॉल करा कर आपके सोशल अकाउंट को हैक करने की कोशिश करते हैं।
Browser Hijack Virus
इस प्रकार के वायरस हमारे सिस्टम में किसी ब्राउज़र के ज़रिये इंटर करते हैं क्यू की आज के टाइम में इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत तेज़ी से हो रहा जब भी हम किसी भी dublicate वेबसाइट को ओपन कर के वहाँ से कुछ भी डाउनलोड कर लेते हैं तो हमारे सिस्टम में ब्राउज़र हाईजैक वायरस आसानी से घुस जाता है और हमारे सिस्टम को भी स्लो कर देता है और हमारे डाटा फाइल्स को भी नुकसान पहुँचाने का काम करता है।
File Infectors Virus
आज के टाइम में इस तरह का वायरस ज़्यादा देखने को मिलता है जो की हमारी रनिंग फाइल पर डायरेक्ट अटैक कर देता है जो की हमारी फाइल्स को नुकसान पहुँचाता है इस तरह का वायरस .exe files के साथ जुड़ा होता है।
Partition Table Virus
इस तरह का वायरस कंप्यूटर के ram पर अटैक करता है जिससे आपका सिस्टम स्लो हो जाता है इस तरह का वायरस आपके डाटा को नुकसान नही पहुँचाता है ये आपकी हार्ड डिस्क के लीडर बूट को इफेक्ट कर देता है।
Trojan Horse क्या है – What is trojan horse in hindi
ट्रोजन हॉर्स बहुत ही खतरनाक malware है जो की आपके सिस्टम में अपनी पहचान को छुपा कर इंटर करता है आपने कभी देखा होगा इन्टरनेट पर जब आप किसी लोकल वेबसाइट पर गलती से विजिट कर जाते हैं तब आपने देखा होगा की लिखा रहता है click here to win laptop तब आप लालच में आजाते हैं और हस पर क्लिक कर देते हैं तब आप लैपटॉप तो नही जीतते लेकिन अपने सिस्टम में ट्रोजन को ज़रूर इंटर करा देते हैं और आपको इसकी भनक तक नही लगती की आपने कितनी बड़ी गलती कर दी है ये ट्रोजन हॉर्स इतना घातक होता है कि एक पल में ही आपका पूरा सिस्टम नष्ट कर सकता है ऐसे ट्रोजन आपको कई सारे ऍप के रूप में भी इंटरनेट पर मिल जायेंगे।
या किसी भी बड़ी फाइल के रूप में मिल जायेंगे आपको लगेगा कि ये ओरिजनल ऍप या फाइल है आप उसे डाउनलोड कर लेते हैं लेकिन एक्चुअल में उस फेक ऍप या फाइल के अंदर ट्रोजन छुपा हुआ बैठा रहता है जिसे हैकर्स के द्वारा मैनेज किया जा रहा है और इतना ही नही अगर ट्रोजन एक बार इनस्टॉल होगया तो वो फिर और भी वायरस को आने के लिए एक दरवाज़ा खोल देता है जिससे और भी भयंकर-भयंकर वायरस आपके सिस्टम में आसानी से घुस आते हैं।
Worms क्या है – What is worms in hindi
ये भी एक तरह का वायरस होता है जो की काफी खतरनाक होता है क्यू की इसके अंदर खुद को multiply करने के क्षमता होती है मतलब की ये अपने आपको कई गुना ताकतवर बना सकता है और साथ ही आपके किसी एक प्रोग्राम को भी multiply कर के एक साथ रन कर सकता है।
और ये आपके सिस्टम को ज़्यादा नुकसान भी पहुँचा सकता है क्यू की ये आपके एक फोल्डर या फाइल की कई सारी हज़ारों लाखों कॉपी बनाना भी शुरू कर देता है जिससे आपका सिस्टम क्रैश हो जाता है या अचानक से shut down हो कर बन्द हो जाता है और हो सकता है कि दोबारा आपका सिस्टम ऑन ही न हो और अगर उन्ही कॉपी फाइल को हम अपने दोस्तों एके साथ उनके कंप्यूटर में शेयर कर दें तो उनका कंप्यूटर भी खतरे में आजायेगा और उनका भी सिस्टम खराब कर देगा या बहुत स्लो कर देगा।
कंप्यूटर वायरस के लक्षण क्या हैं
अगर आपको नही पता है कि कैसे पता करे कंप्यूटर में वायरस है या नही तो मैं आपको नीचे कंप्यूटर वायरस के लक्षण बताने जारहा हूँ जिससे आपको भी पता चल सकेगा की आपका सिस्टम सेफ है या नही।
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सिस्टम का धीरे चलना या बुरी तरह से hang हो जाना।
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सिस्टम में प्रोग्राम का आटोमेटिक रन होना।
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स्क्रीन पर बार बार पॉप अप ऑन हो जाना।
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किसी फाइल या फोल्डर का कॉपी होना या duplicate फाइल, फोल्डर बनना।
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किसी फाइल, फोल्डर का corrupt हो जाना या खुद से डिलीट हो जाना।
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सिस्टम के अंदर से अजीब सी आवाज़ आना।
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सिस्टम का खुद से बंद हो जाना या खुल जाना।
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औटोमैटिक किसी भी वेबसाइट पर redirect हो जाना।
तो ये थे कंप्यूटर वायरस के लक्षण अगर आपके कंप्यूटर में या तरह की कोई एक्टिविटी नज़र आ रही है तो हो सकता है कि आपके सिस्टम में वायरस की एंट्री हो चुकी है लेकिन घबराएं नही Computer se virus kaise delete kare इसके बारे में भी नीचे मैं आपको बताने वाला हूँ।
कंप्यूटर वायरस से बचने के उपाय – Computer se virus kaise nikale
अगर ऊपर इसके लक्षण पढ़ने के बाद आपको लग रहा है कि आपके कंप्यूटर में भी वायरस हो सकता है तो अब मेरे बताये हुए तरीके से आप कंप्यूटर में वायरस आने से बच सकते हैं या फिर कंप्यूटर वायरस डिलीट भी कर सकते हैं।
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अपने कंप्यूटर सिस्टम में हमेशा एक अच्छा सा paid antivirus सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें इससे आपके सिस्टम में वायरस इंटर नही कर पाएंगे।
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अगर आपके सिस्टम में पहले से ही वायरस अटैक कर चुका है तो आप mcafe एंटीवायरस का इस्तेमाल कर के आप वायरस को डिलीट कर सकते हैं।
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अगर आपके पास कोई ईमेल मैसेज में किसी तरह की लिंक आये जो आपकी जानकारी में न हो उसे कभी ओपन न करें क्यू की उस लिंक में वायरस हो सकते हैं।
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किसी भी फेक वेबसाइट पर न जाएँ और ना ही वहां से किसी तरह की मूवी या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करें।
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जब भी आप इंटरनेट से कोई चीज़ डाउनलोड करें तो उसे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर की मदद से स्कैन ज़रूर करें क्यू की उसमे वायरस मौजूद हो सकते हैं।
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किसी की भी pendrive,CDs का इस्तेमाल करने से पहले उसे अच्छी तरह से स्कैन कर लें तब जाकर अपने कंप्यूटर में उसका इस्तेमाल करें।
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कभी भी किसी की memory card का इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से मेमोरी कार्ड को स्कैन कर लें।
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कभी किसी ईमेल अटैचमेंट डॉक्स को ओपन न करें अगर वो अटैचमेंट आपकी जानकारी के विषय में हो तभी आप उसे ओपन करें।
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किसी भी फाइल को डॉक्युमेंट्स को स्कैन किये बिना ओपन न करें।
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किसी नयी वेबसाइट पर विजिट न करें और न ही वहां से डॉक्युमेंट्स या फ़ाइल को डाउनलोड करने की कोशिश भी न करें।
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कभी भी इंटरनेट पर किसी तरह का भी ऐसा add देख कर उस पर क्लिक न करें जिसमे आपको लालच दी जा रही हो की यहाँ पर क्लिक कर के जीते ढेर सारे इनाम या कुछ भी क्यू की ऐसे ऐड में ज़्यादा सम्भावना रहती है वायरस होने की।
Computer virus ki khoj kisne ki
अब हम कंप्यूटर वायरस के इतिहास के बारे में जानेंगे आपकी जानकारी के लिए बता दूँ virus शब्द की खोज एक अमेरिकी साइंटिस्ट ने 1985 में किया था जिनका नाम फ्रेड कोहेन था।
दुनिया का सबसे पहला कंप्यूटर वायरस जो की क्रीपर के नाम से आज पूरी दुनिया जानती है ये एक तरह का एक्सपेरिमेंटल प्रोग्राम था जो की 1970 में US के मिलिट्री डिफेन्स के एक स्टेशन में फैल गया था उस टाइम लोग इसे वॉर्म के नाम से जानते थे न की वायरस के नाम से फिर इस क्रीपर वायरस को खत्म करने के लिए 1972 में एक रीपर नाम का एक प्रोग्राम बनाया गया जो की क्रीपर वायरस को मिटाने के लिए बनाया गया था रीपर को बनाने वाले रे टॉमलिनसन थे।
फिर 1982 में रिच स्क्रेन्टा नमक व्यक्ति ने एक ऐसा प्रोग्राम तैयार किया जिसका नाम ELK Cloner था ये दुनिया का पहला माइक्रो कंप्यूटर वायरस के रूप में जाना जाता है इसमें ios जैसे बड़े ऑपरेटिंग सिस्टम को भी इफेक्ट कर दिया था।
क्रीपर पहला नेटवर्क वायरस के रूप में जाना जाता है जबकि ELK cloner पहला कंप्यूटर वायरस के रूप में जाना जाता है कंप्यूटर वायरस को भले ही प्रैंक करने के लिए बनाया गया हो लेकिन ये ऐसे बहुत सारे काम कर सकता है जिसका अंदाज़ा भी नही लगाया जा सकता है क्यू की वायरस जब चाहे आपके हाथ से आपके सिस्टम का ही कंट्रोल छीन कर खुद ही ऑपरेट कर सकता है कंप्यूटर वायरस जा इस्तेमाल कभी-कभी किसी सिस्टम के एक्सपेरिमेंट में भी किया जाता है लेकिन वहीँ पर लोग आज कल इसका इस्तेमाल गलत कामो में कर रहे हैं वायरस के माध्यम से बड़े से बड़े साइबर अटैक को अंजाम दिया जा रहा है।
हैकिंग क्या है | हैकर कितने प्रकार के होते हैं? – डार्क मीडिया
Robot kya hota hai | रोबोट क्या है – डार्क मीडिया
जो पूरी तरह से illegal है लेकिन आज भी बड़े-बड़े हैकर्स या क्रैकर्स वायरस को क्रिएट करते हैं उसके बाद लाखों कंप्यूटर यूज़र्स को अपना निशाना बनाते हैं तो उम्मीद करता हूँ अब आपको पता चल गया होगा Computer virus kisne banaya .
रिलेटेड सवाल
वायरस कैसे ढूंढते हैं ?
किसी भी एक अच्छे paid एंटीवायरस की मदद से हम अपने सिस्टम में वायरस का पता लगा सकते हैं।
निस्कर्ष – आज की इस पोस्ट में मैंने आपको पूरी डिटेल के साथ बताया है Computer virus kise kahate hain या computer virus kya hai , virus kya hota hai और वायरस कितने प्रकार के होते हैं , वायरस क्या करते हैं तो मुझे नही लगता कि अब भी वायरस के बारे में कुछ बचा होगा जो मैंने आपको इस पोस्ट में न बताया हो लेकिन तब भी अगर आपके मन में कोई भी सवाल बचा हो तो आप नीचे कॉमेंट्स बॉक्स में ज़रूर पूछें और साथ ही इस पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करने की कृपा करें।