Bhoot ki kahani | Bhoot ki kahaniyan | भूत की कहानी
हैल्लो दोस्तों आज की कहानी बहुत ज़्यादा अच्छी और डरावनी होने वाली है क्यू की आज मैं आपको bhoot ki kahani बताऊँगा जिसे सुनने के बाद आप कहेंगे वाह मज़ा आ गया है हर कोई इंटरनेट पर आपको इतनी बेहतरीन bhoot ki kahaniyan नही बताता है इस वजह से मैंने सोचा की क्यू न एक भूत की कहानी आपको बताऊँ जैसा की हम सब जानते है भूत की कहानियाँ सुनना लगभग हर किसी को पसंद होता है और पसन्द हो भी क्यू न भूत की कहानी होती ही मजेदार है जिसे सुन कर पूरा दिल खुश और हरा भरा हो जाता है खास कर के छोटे बच्चे कुछ ज़्यादा ही भूत की कहानी सुनने का शौक रखते हैं आज इंटरनेट का ज़माना है जब चाहे आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च कर के पढ़ सकते हैं चाहे भूत की कहानियाँ हो या कुछ भी वैसे तो इसके लिए बहुत सारी भूत की कहानी की किताबे भी आती हैं लेकिन आज के टाइम में किताब से कोई भी कहानी नही पढ़ना चाहता है क्यू की अब हर किसी के पास स्मार्टफोन हो चुका है जिसको भी भूत की कहानी पढ़नी होती है वो अपने फ़ोन से ही ऑनलाइन कहानी पढ़ लेता है खैर चलिये अब बिना किसी देरी के हम कहानी को शुरू करते हैं कहानी को लास्ट तक ज़रूर पढियेगा तभी आपको मज़ा आएगा।
Bhoot ki kahani | Bhoot ki kahaniyan | भूत की कहानी
दोस्तों एक समय की बात है एक गांव में एक किसान का बेटा अपने परिवार के साथ एक छोटे से घर में रहता था जिसका नाम राहुल था अभी राहुल ज़्यादा बड़ा नही था राहुल की उम्र 12 साल की थी और राहुल अभी 7th क्लास में पढ़ाई करता था राहुल की एक छोटी बहन भी थी जिसका नाम टीना था राहुल अपने माता पिता और अपनी बहन टीना के साथ रहता था राहुल के पिता की एक छोटी सी दुकान थी उसी दुकान की कमाई से राहुल के घर का सारा खर्चा पूरा होता था राहुल के घर से थोड़ी दूर पर राहुल के दोस्त अमन का भी घर था राहुल और अमन दोनों पक्के दोस्त थे क्यू की दोनों एक ही स्कूल में और एक ही क्लास में पढ़ते थे तो दोनों हमेशा साथ ही साथ स्कूल जाते थे और स्कूल से आने के बाद दोनों गुल्ली डंडा खेलने के लिए जंगल की तरफ निकल जाते थे ऐसा ही काफी दिनों तक चलता रहा फिर एक बीच राहुल के पिता की तबियत बहुत ज़्यादा खराब हो गयी इस वजह से राहुल के पिता अब दुकान खोल कर नही बैठ पाते थे तो अब दुकान पर राहुल को ही बैठना पड़ता था इस वजह से अब राहुल अपने दोस्त अमन के साथ खेलने नही जा पाता था जब भी अमन राहुल को खेलने के लिए बुलाने आता था तो राहुल अपनी दुकान पर ही बैठा रहता था और कहता की मैं अभी नही आ पाउँगा खेलने के लिए क्यू की मेरे पिता की तबियत खराब हो गयी है इस वजह से अब मुझे ही दुकान पर बैठना पड़ता है।
तो अब राहुल का दोस्त अमन अकेले ही जंगल की तरफ खेलने के लिए हर रोज निकल पड़ता था शाम होने पर वापस अपने घर आ जाता था।
एक दिन जब शाम को राहुल का दोस्त अमन जंगल से खेल कर अपने घर के लिए वापस लौटा तो घर आने के बाद अमन को बहुत ज्यादा भूख लगी हुई थी तो अमन ने अपनी मां से खाना मांगा फिर अमन की मां ने उसे खाना दिया और अमन में खाना खाया उसके बाद अमन ने अपनी माँ से कहा मुझे भूत की कहानी डरावनी वाली सुनना है तो अमन की मां ने कहा की मुझे भूत की कहानी नहीं आती है लेकिन अमन जिद करने लगा और कहने लगा की नही मुझे bhoot ki story सुनना है तो फिर अमन की माँ ने उसे ढेर सारी भूत की कहानियां सुनाई अमन कहानी सुनते सुनते गहरी नींद में सो गया सर जब सुबह हो गई तो अमन की मां ने उसे उठाया और उसे नहाने को कहा उसके बाद नाश्ता करके स्कूल जाने के लिए कहा फिर अमन जल्दी जल्दी नहाया और नाश्ता करने लगा नाश्ता करने के बाद अमन ने अपने स्कूल का बैग लिया और स्कूल के लिए निकल पड़ा स्कूल पहुंच गया दोपहर में जब स्कूल की छुट्टी हो गई तो अमन वापस अपने घर आ गया फिर अमन अपने घर पर ही था लेकिन जब शाम हुई तो अमन अकेले ही जंगल की तरफ खेलने के लिए निकल पड़ा अमन जंगल के अंदर रास्ता भटक गया अमन रास्ता ढूंढते ढूंढते जंगल के और अंदर चला गया तभी अचानक उसे एक बहुत डरावनी सी आवाज सुनाई दी अमन बहुत डर गया और डर के मारे चिल्लाने लगा बचाओ बचाओ लेकिन अमन को बचाने वाला कोई भी नहीं आया क्योंकि अमन तो जंगल में था उस जंगल में कोई और इंसान नहीं था तभी अमन के सामने अचानक एक भूत आकर खड़ा हो गया उस भूत का रंग काला था और उसके दांत बहुत नुकीले और बड़े-बड़े थे उसके नाखून भी बहुत ज्यादा लंबे थे और कुछ भूत की आंखें पूरी लाल थी अमन उसे देख कर और भी ज्यादा डर गया और जोर जोर से रोने लगा।
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तभी उस भूत ने अमन का गला पकड़ लिया और अमन से कहने लगा कि अब तुझे बचाने वाला कोई नहीं है तुझे मैं खा डालूंगा और तेरा खून पी लूंगा अमन भूत के आगे हाथ जोड़ने लगा और कहने लगा कि मुझे मत खाओ मुझे छोड़ दो मैं अब कभी इस जंगल में नहीं आऊंगा
लेकिन भूत ने कहा कि मैं तुझे खा डालूंगा तुझे नहीं छोडूंगा क्योंकि मैं बहुत दिन से भूखा हूं मुझे कोई भी इंसान खाने को नहीं मिला है आज बहुत दिनों बाद तू मुझे मिला है तुझे तो खाकर मैं अपनी भूख मिटाऊँगा अब रात काफी ज्यादा हो चुकी थी इस वजह से अमन के घर वाले उसे ढूंढने के लिए निकल पड़े थे और बहुत परेशान हो गए थे लेकिन वह ढूंढते ढूंढते थक गए और उन्हें अमन नहीं मिला वो दुखी होकर वापस घर लौट गयें और अमन के घर में सब लोग बहुत परेशान हो गए और रो रहे थे क्योंकि उनका बेटा अमन उन्हें मिल नहीं रहा था इधर जंगल में अमन भूत से बार-बार रिक्वेस्ट कर रहा था कि मुझे मत खाओ लेकिन बहुत मानने को तैयार ही नहीं था तभी अमन ने भूत से कहा की तुम मुझे छोड़ दो मेरे दोस्त को खा लो और अपनी भूख मिटा लो लेकिन मुझे जाने दो तो भूत ने कहा की तेरा दोस्त कहां है तो अमन ने कहा अभी वो अपने घर पर है मुझे जाने दो मैं कल उसे शाम में जंगल की तरफ बहाने से बुला कर लाऊंगा तो तुम उसे खा लेना भूता अमन की बात मान गया और अमन से कहा की जाओ लेकिन कल शाम में अपने दोस्त को लेकर मेरे पास जरूर आना वरना मैं तुम्हारे घर में आकर तुम्हें खा डालूंगा अमन ने कहा भूत जी आप परेशान ना हो मैं कल अपने दोस्त राहुल को हर हाल में आपके पास बुला कर लाऊंगा भूत ने कहा ठीक है जाओ मुझे कल का इंतजार रहेगा फिर अमन ने भूत से कहा की मैं अपने घर का रास्ता भूल गया हूं कृपया करके तुम मुझे इस जंगल से बाहर निकाल दो ताकि मैं अपने घर जा सकूं तो फिर भूत ने उसे रास्ता बताया और जंगल से बाहर निकाल दिया फिर अमन दौड़ते दौड़ते अपने घर पहुंच गया।
अमन जैसे ही अपने घर पहुंचा अमन के घर वाले उसे देखकर बहुत खुश हो गए लेकिन अमन बहुत ज्यादा डरा हुआ लग रहा था फिर घर वालों ने अमन से पूछा कहां गए थे तो अमन ने घर वालों को सारी बात बताई।
तो अमन उनके घर वालों ने कहा की तुम परेशान मत हो अब कल तुम घर से बाहर ही मत निकलना और ना ही अपने दोस्त राहुल को जंगल उस भूत के पास ले जाना फिर अमन ने अपने घरवालों से कहा अगर मैं जंगल अपने दोस्त राहुल को लेकर नहीं गया तो भूत घर आ जाएगा और हम सब को खा डालेगा अब अमन के घर वाले काफी परेशान थे कि क्या किया जाए तभी अमन के घर वालों ने अमन से कहा की ठीक है फिर कल तुम राहुल को बहाने से किसी तरह जंगल लेकर जाओ उस भूत के पास ताकि भूत राहुल को खा ले और तुम्हे न खाए तो अमन ने अपने घर वालों से कहा कि मैं राहुल को धोखा कैसे दे सकता हूँ वो तो मेरा बेस्ट फ्रेंड है फिर अमन के घर वालो ने अमन को समझाया कि देखो अगर तुम जिन्दा रहना चाहते हो तो तुम्हे राहुल को भूत के पास ले ही जाना होगा ताकि भूत राहुल को खा कर अपना पेट भर ले फिर भूत तुम्हे छोड़ देगा तो काफी देर तक समझाने के बाद अमन तैयार हो गया और फिर दूसरे दिन जब शाम हो गयी तो अमन राहुल के घर गया और बोला चलो आज खेलने मेरे साथ बहुत दिन से तुम नही आए हो खेलने लेकिन आज चलो खेलने तो राहुल की मां ने कहा ठीक है राहुल बेटा तुम अमन के साथ खेलने के लिए चले जाओ लेकिन ज्यादा देर के लिए मत जाना क्योंकि पिताजी की तबीयत सही नहीं है तुम्हें आकर दुकान पर वापस बैठना होगा तो थोड़ा जल्दी खेल कर आ जाना राहुल ने अपनी मां से कहा मां तुम परेशान मत हो मैं जल्दी ही खेल कर आ जाऊंगा इतना कहकर राहुल और अमन दोनों खेलने के लिए जंगल की तरफ निकल पड़े।
अमन राहुल को जंगल के अंदर लेकर जब जाने लगा तो राहुल ने अमन से पूछा कि आज तुम मुझे इस जंगल के अंदर क्यों ले जा रहे हो तो अमन ने कहा अरे दोस्त तुम डरो मत कुछ नहीं होगा मैं तो कल भी इस जंगल में आया था और बहुत देर तक यहां खेला था खूब मजा आई थी इसलिए आज तुम्हें भी लेकर मैं आया हूं।
अब अमन राहुल को लेकर जंगल के काफी अंदर पहुंच गया बस थोड़ी ही दूर पर अब भूत रहता था अभी अमन राहुल को भूत के पास लेकर पहुंच गया अब राहुल भूत को देखकर काफी डर गया राहुल अमन से बोलने लगा कि तुम मुझे कहां लेकर आ गए हो तो अमन ने उसे सारी बात बताई बताया कि भूत तुम्हें खाएगा तभी मेरी जान बच पाएगी क्योंकि कल जंगल में भूत ने मुझे पकड़ लिया था और मुझे खाने जा रहा था तो मैंने बहुत से वादा किया था कि तुम मुझे मत खाओ मेरे दोस्त को खा लो मैं कल अपने दोस्त को लेकर आऊंगा तुम उसे खाकर अपनी भूख मिटा लेना अब यह सुनकर राहुल दंग रह गया और राहुल की आंखों में आंसू आ गए क्योंकि अब राहुल को पता था कि भूत मुझे खा डालेगा तभी रोते हुए राहुल ने अपने दोस्त अमन से कहा की अए दोस्त तुमने मुझे धोखा क्यू दिया तुमसे ये उम्मीद नही थी मैं तुम्हे अपना सच्चा दोस्त मानता था अब ये सुनकर अमन भी रोने लगा और कहने लगा राहुल मेरे दोस्त मुझे माफ कर दो मेरे पास और कोई रास्ता नहीं था लेकिन फिर भी मुझे तुम्हें धोखा नहीं देना चाहिए था मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है मुझे माफ कर दो अमन ने भूत से कहा भूत जी तुम मेरे दोस्त राहुल को मत खाओ मुझसे गलती हो गई है मैं अपने दोस्त को धोखा नहीं देना चाहता हूं एक काम करो तुम मुझे ही खा डालो और अपनी भूख मिटा लो और मेरे दोस्त राहुल को वापस घर जाने दो तो भूत ने कहा ठीक है तुम अपने दोस्त को वापस घर भेज दो और तुम यहीं रुको क्योंकि मैं तुम्हें खाऊंगा फिर अमन ने राहुल से कहा राहुल दोस्त तुम वापस घर जाओ और मेरे घर वालों को बता देना कि मैं अब कभी लौट कर नहीं आऊंगा क्योंकि अब मैं नहीं बचूँगा मुझे भूत खा डालेगा तो अमन के दोस्त राहुल ने कहा नहीं मैं तुम्हें अकेले छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा क्योंकि तुम मेरे दोस्त हो मैं मुसीबत के वक्त तुम्हारा साथ नहीं छोड़ सकता हूं।
राहुल भूत से कहने लगा भूत जी तुम मेरे दोस्त अमन को मत खाओ तुम मुझे खा लो फिर अमन ने कहा नहीं भूत जी तुम राहुल को मत खाओ तुम मुझे खा लो ऐसा ही काफी देर तक चलता रहा।
भूत दोनों की दोस्ती देख कर खुद बहुत उदास हो गया और कहने लगा राहुल और अमन मैं तुम दोनों को नहीं खाऊंगा क्योंकि तुम दोनों एक दूसरे के सच्चे दोस्त हो ऐसे दोस्त हर किसी को नहीं मिलते हैं मुझे तुम दोनों की दोस्ती को देख कर रोना आ गया है अब मैं तुम दोनों को नहीं खा सकता हूं इतना कहने के बाद भूत ने धीरे से कहा काश मेरे पास भी कोई ऐसा सच्चा दोस्त होता तो मैं अकेला नहीं रहता मैं भी अपने दोस्त के साथ खेलता और घूमता लेकिन मेरा तो कोई दोस्त ही नहीं है तभी इस बात को राहुल और अमन दोनों सुन लेते हैं और फिर भूत से कहते हैं अए भूत तुम अब से अकेले नहीं हो आज से हम दोनों भी तुम्हारे दोस्त हैं और हम दोनों हर रोज शाम में खेलने तुम्हारे पास आया करेंगे और हम तीनों मिलकर खूब मस्ती करेंगे ये बात सुनकर भूत बहुत खुश हो गया लेकिन फिर भूत ने उदास होकर कहा दोस्तों मुझे बहुत भूख लग रही है अब तो मैं तुम दोनों को भी नहीं खा सकता हूं क्योंकि तुम दोनों मेरे दोस्त हो लेकिन अब मैं क्या खाऊंगा मैं बहुत दिनों से भूखा हूं अगर दो-चार दिन मुझे कुछ खाने को नहीं मिला तो मैं मर जाऊंगा इतना कहने के बाद भूत काफी उदास हो गया और कहने लगा की अब तो मैं भूख के मारे मर जाऊंगा इतना सुनने के बाद राहुल और अमन ने भूत से कहा दोस्त तुम परेशान मत हो हम दोनों अभी अपने घर जाते हैं और तुम्हारे लिए अच्छा अच्छा खाना लेकर आते हैं और साथ में खूब अच्छी-अच्छी मिठाईयां भी लेकर आते हैं तुम उसे खा लेना फिर तुम्हारा पेट भर जाएगा तो भूत ने कहा मैंने कभी मिठाई नहीं खाया और ना ही भोजन खाया है मैं तो हमेशा से इंसानों को खाता आया हूं तो मुझे मिठाई और भोजन कैसे अच्छे लगेंगे तो राहुल और अमन ने कहा मिठाई और भोजन तुम्हें जरूर अच्छे लगेंगे क्योंकि ये बहुत स्वादिष्ट होते हैं तुम खा कर एक बार जरूर देखो भूत ने कहा ठीक है दोस्तों मैं तुम दोनों का इंतजार करूंगा जल्दी आना।
राहुल और अमन वापस अपने घर लौट कर आए और अपने घर से भोजन लिया और घर से कुछ पैसे भी लिए फिर उन्ही पैसों से उन्होंने अच्छी-अच्छी मिठाईयां खरीदी।
फिर राहुल और अमन दोनों जंगल अपने दोस्त भूत के पास खाना और मिठाइयां लेकर गए जब भूत ने खाया तो उसे बहुत मजा आया और उसका पेट भी भर गया अब भूत बहुत खुश था क्योंकि उसका पेट भर गया था और उसे खाने में बहुत मजा आई थी जब भूत ने मिठाई और खाना खा लिया तो फिर राहुल और अमन से कहा शुक्रिया दोस्तों फिर उसके बाद तीनों मिलकर खेलने लगे और तीनों ने खूब खेला तीनों को बहुत मजा आया अब हर रोज इसी तरह चलता रहा तीनों मिलकर हर रोज खेलते और मस्ती करते थे फिर एक दिन राहुल और अमन ने अपने दोस्त भूत से कहा की भूत हमारे दोस्त चलो आज हम तुम्हें अपने घर सब से मिलवाने के लिए ले चलते हैं हमारे घर वाले तुमसे मिलकर बहुत खुश होंगे तो भूत ने कहा नहीं दोस्तों मैं तुम दोनों के घर नहीं जा सकता हूं तो दोनों ने पूछा आखिर क्यों नहीं जा सकते तो भूत ने जवाब दिया अगर मैं तुम लोगों के घर जाऊंगा तो तुम्हारे घर वाले मुझे देखकर डर जाएंगे इसलिए मैं तुम लोगों के घर नहीं जाना चाहता हूं तो राहुल और अमर ने कहा अरे नहीं तुम परेशान मत हो तुम्हें देख कर हमारे घर वाले नहीं डरेंगे क्योंकि हम उन्हें सब कुछ बता देंगे और उन्हें अच्छी तरह से समझा देंगे कि ये हमारा नया दोस्त है फिर भूत उन दोनों के साथ उनके घर जाने के लिए तैयार हो गया सर बहुत उन दोनों के साथ उनके घर गया और उनके घर वालों से मिला पहले तो राहुल और अमन के घर वाले भूत को देखकर बहुत ज्यादा डर गए थे फिर राहुल और अमन ने सब कुछ बताया कि डरो मत ये हमारा नया दोस्त है तो फिर राहुल और अमन उनके घर वाले खुश हो गए और उन्होंने भूत को अच्छा-अच्छा खाना खिलाया सब ने साथ में मिलकर खाना खाया और फिर खूब ढेर सारी बातें की आप इसी तरह रोज चलता रहा सबके साथ मिलकर खाना खाता था और अपने दोस्त राहुल और अमन के साथ खेलने के लिए जंगल चला जाता था।
तो दोस्तों यही थी हमारी आज की bhoot ki kahani in hindi आशा करता हूं आप लोगों को कहानी बहुत अच्छी लगी होगी।
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अंतिम शब्द
दोस्तों आज की इस कहानी में मैंने आपको bhoot ki kahani बताई है मुझे पूरा यकीन है कि आपको भूत की कहानी बहुत अच्छी लगी होगी अगर आपको bhoot ki kahaniyan सुनना अच्छा लगता है तो आप हमारे ब्लॉग पर डेली बने रहें क्यू की हम यहाँ हर रोज़ भूत की कहानियां शेयर करते हैं इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर ज़रूर करें।

Habibi Welcome To My Blog मैं शेख हारिस इस साइट का owner हूँ मुझे ब्लॉग्गिंग का काफ़ी अनुभव है मैं एक इंडियन ब्लॉगर हूँ मुझे Tech से रिलेटेड पोस्ट लिखना काफ़ी पसंद है ब्लॉग्गिंग के साथ ही साथ मैं एक स्टूडेंट भी हूँ.