जब अमिताभ बच्चन ने इंदिरा गांधी से कहा “आंटी मैं सो नही पा रहा हूँ” तभी इंदिरा गांधी के आँखों में आँसू आ गये
हेलो एवरीवन आज मैं आपके लिए अभिताभ बच्चन से जुड़ी ऐसी बात आपको बताने वाला हूं जो की बहुत कम लोग को पता होगी यह बात उस समय की है जब अभिताभ बच्चन जी बहुत ज्यादा घायल हो गए थे।
यहां तक डॉक्टर को उनके बचने की उम्मीद भी नही दिख रही थी अभिताभ सर के लिए यह एक बहुत मुस्किल वक्त था। यह उस समय की घटना है जब अभिताभ बच्चन 1983ई0 में फिल्म ‘ कुली ‘ आने वाली थी।
बच्चन जी की ये फिल्म सुपरहिट रही लेकिन इस कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिताभ बच्चन के साथ एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई इसी दुर्घटना के कारण बच्चन सर की जान भी जा सकती थी।
एक्टर अभिताभ बच्चन की इस हादसे में जान भी जा सकती थी क्युकी उनके पेट में चोट लगी थी और उनकी आंत को काफी नुकसान पहुंचा उनकी आंत फट गई थी इस दौरान उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में रखा गया था। यही से उनका ट्रीटमेंट हो रहा था।
सूत्रों के हवाले ये पता चला की जब ये घटना के बारे में इंदिरा गांधी को मालूम हुआ जो हमारी प्रथम प्रधानमंत्री थी। उस वक्त वो अपने बेटे के साथ अमेरिका में थी। इस बात के बारे में इंदिरा गांधी स्वयं लिखती हैं एक बुक में ” मैं उस समय लॉस एंजिल्स में थी जब मुझे पता चला कि अभिताभ की हालत बहुत नाज़ुक है अगर मैं भारत में होती तो मैं और मेरा पूरा परिवार मुंबई में उनके साथ होता ”
इसके तुरंत बाद वो अपने बेटे राजीव गांधी को वापस भारत भेज देती है। जब इंदिरा गांधी भारत वापस आई तब वह अपने बेटे और बहू के साथ हॉस्पिटल आई इस वक्त अभिताभ के ससुर वहाँ मौजूद रहते है। जब उन्होंने इंदिरा गांधी जी को देखा तो उनके आखों में आसू आ जाते है।
इधर बच्चन सर की भी हालत बहुत खराब थी जब इंदिरा गांधी उनसे मिलने जाती है तो वो कहते हैं ” आंटी मैं सो नही पा रहा हूं ” इतना सुनते ही इंदिरा गांधी के आंख में आसू आ जाते है और दिलासा देते हुए कहती है मुझे भी कभी कभी नही आती नींद इसमें कोई परेशान होने वाली बात नही है।
उस दुर्घटना में अभिताभ बच्चन को बहुत गंभीर चोट लगती है डॉक्टर को भी लगता था की वो अब सही नही हो पाएंगे कुछ समय बाद ही वो कोमा में चले जाते है खबरों के मुताबिक क्लिनिकली उनको डेथ साबित कर दिया गया था। एक इंटरव्यू में अभिताभ बच्चन खुद कहते है की ” मैं कोमा में चला गया था मुझे इमरजेंसी में हॉस्पिटल में ले जाया गया और सर्जरी की गई मैं 14 घंटे बेहोश था मेरे पल्स डाउन थे और बीपी शून्य थी।
जाया बच्चन ने बताया कि ” जब वो हॉस्पिटल पहुंची तो उस वक्त मेरे जेठ वहा मौजूद थे और उन्होंने मुझसे कहा की तुम्हारा ही इंतजार था तुम्हे इस समय बहादुर बनने की जरूरत है।
उस वक्त मेरे पास हनुमान चालीसा की किताब थी और मैं प्रार्थना कर रही थी की ऐसा कुछ नही हो सकता है ”
वह वक्त अभिताभ के लिए बहुत मुश्किल भरा समय था और कुली फिल्म सुपरहिट हुई थी।