क्या इस्लाम सच्चा धर्म है – जाने पूरी हकीक़त और इसकी खाशियत

हैल्लो गाइज़ आज हम इस आर्टिकल के अंदर चर्चा करने वाले हैं कि क्या इस्लाम सच्चा धर्म है और इस्लाम धर्म की क्या खासियत है आखिर क्यों यह दुनिया का सबसे तेजी से फैलने वाला धर्म है और हर साल इसे लाखों लोग क्यों एक्सेप्ट कर रहे हैं आखिर क्या है इस्लाम की खूबशूरती और क्यों ऐसा माना जा रहा है कि एक समय ऐसा भी आएगा जब पूरी दुनिया में सिर्फ एक इस्लाम ही इस्लाम होगा क्योंकि इसे सारे लोग मानने लग जाएंगे अगर आप भी इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए एक्साइटेड हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं इस आर्टिकल के अंदर आपको गहराई से इस बारे में विस्तार से बताया गया है बस इसके लिए इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक ध्यान से पढ़ना होगा तभी आपको सब कुछ अच्छी तरह से समझ आएगा जैसा कि हम सब जानते हैं Pew Research projections या और भी बहुत सारी रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक इस्लाम दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा यानी कि इसके आसपास इसे टक्कर देने वाला कोई भी नहीं रहेगा सबसे ज्यादा पापुलेशन इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों की हो जाएगी हालांकि इस्लाम मज़हब को लेकर इस दुनिया में बहुत सारी साजिशें रची गई हैं और अभी भी रची जा रही हैं जिसमें इस्लाम मजहब को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है लेकिन फिर भी इस्लाम और तेजी से बढ़ते ही जा रहा है।
हर रोज हजारों लोग इस्लाम धर्म को अपना रहे हैं और खुशहाली से अपना जीवन बिता रहे हैं लेकिन यहां पर बहुत सारे लोगों के मन में एक सवाल भी उठता है कि आखिर इतने सारे लोग अपने धर्म को छोड़कर इस्लाम मज़हब को क्यों अपना रहे हैं।
इस्लाम मज़हब को लोग क्यों अपना रहे हैं?
क्या इस्लाम सच्चा धर्म है : सबसे पहले तो यहां पर सोचने वाली बात है कि इस्लाम धर्म में कुछ तो खासियत है बल्कि कुछ नहीं बहुत कुछ तभी तो हर वर्ष लाखों लोग इस्लाम मज़हब को अपना रहे हैं शुरुआत से ही इस्लाम को बदनाम करने की बहुत कोशिश की गई हैं इसके बावजूद आज तक कोई भी इसे झूठा साबित तक नहीं कर पाया है क्योंकि इस्लाम मज़हब एक सच्चा मज़हब यानि की सच्चा धर्म है और बहुत सारे लोग ये अफवाह भी फैलाते हैं की इस्लाम सिर्फ 1400 साल साल पुराना धर्म है लेकिन यह बात पूरी तरह से गलत है शायद उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि 1400 साल पहले कुरान शरीफ नाज़िल यानी कि उतारी गई थी और कुरान शरीफ नाजिल होने से पहले ही इस्लाम धर्म की स्थापना हो चुकी थी और अल्लाह ने जो कुरान शरीफ नाजिल किया इसे नाज़िल करने का एक ही मकसद था और वो मकसद यह है की लोग कुरान शरीफ को पढ़े और उसमें जो बातें बताई गई हैं उसी रास्ते पर चलें बहुत सारे लोग जो दूसरे धर्म से बिलॉन्ग करते हैं वो कुरान शरीफ में जबरजस्ती की कमियां निकालते हैं लेकिन अंतिम में उनकी हार हो ही जाती है क्योंकि अगर कुरान शरीफ को सच्चे मन से पढ़ा जाए और सही से पढ़ा जाए शुरुआत से लेकर आखिर तक पढ़ा जाए तो कभी भी कोई क़ुरान शरीफ में कमियां नहीं निकाल सकता है।
क्योंकि कुरान शरीफ पूरी तरह से मुकम्मल है इसमें किसी तरह की कोई कमी है ही नहीं और रही बात इस्लाम धर्म की तो ये दुनिया का सबसे पुराना धर्म में से एक है अगर सीधे से कहा जाए तो इस दुनिया का सबसे पुराना और सच्चा धर्म और सबसे अच्छा धर्म इस्लाम है और इस्लाम धर्म को जो इतने लोग अपना रहे हैं इसके पीछे इस्लाम मज़हब की खासियत और अच्छाइयां है।
इस्लाम मजहब की क्या खासियत है?
इस्लाम मजहब में बहुत सारी अच्छाइयां और बहुत सारी खासियत है इतनी सारी अच्छाइयां और खासियत हैं कि इस आर्टिकल के अंदर आपको बताई नहीं जा सकती है क्योंकि अगर हम इस्लाम मजहब की खासियत और अच्छाइयां गिनना शुरू करें तो हो सकता है कि इस आर्टिकल को लिखते लिखते एक महीना हो जाए लेकिन तब भी यह आर्टिकल खत्म ही ना हो लेकिन फिर भी मैं आपको कुछ जो मेन मेन खासियत है उनके बारे में आपको जरूर बताऊंगा।
इस्लाम में बेटियों की अहमियत : इस्लाम मज़हब में बेटियों की अहमियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं की इस दुनिया के सबसे बड़े नबी और अल्लाह के सबसे करीबी नबी हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो तआला अलेही वसल्लम ने खुद फरमाया जो इंसान अपनी बेटियों की परवरिश अच्छे से करेगा उन्हें लड़कों के बराबर या लड़कों से ज्यादा प्यार देगा मैं गवाही देता हूं कि वह इंसान मेरे साथ जन्नत में मेरे साथ कुछ इस तरह से रहेगा इसके लिए हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो तआला अलेही वसल्लम ने अपनी दो उंगलियों को एक साथ खड़ा किया और बताया कि वो शख्स मेरे बगल में इस तरह से खड़ा होगा और बेटियों को लेकर कुरान शरीफ में भी अल्लाह ने खास पैगाम दिया है की बेटी होने पर मायूस ना हो बेटी घर की रहमत है बेटी घर की रौनक है तुम उसे पालने से डरो मत तुम्हें मैं रोजी-रोटी दूंगा कभी भी बेटी से भेदभाव न करें अपनी बेटियों को पर्दे में रहना सिखाएं क्योंकि वो कोई मामूली लड़की नहीं जिसे हर कोई देखे बेटी इस्लाम की शहजादियाँ हैं और साथ ही अल्लाह ने हर आदमी को कड़ा हुक्म दिया है जब भी तुम्हारे सामने कोई लड़की आ जाए तो तुम अपनी नजरें नीचे कर लो किसी की बहन बेटी पर गंदी नजर मत डालो।
इस्लाम में गरीब और छोटे लोगों की अहमियत : सबसे पहले तो आपको बताना चाहूंगा कि इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं सिखाया जाता है जिससे ऊंची और नीची जाति के लोगों के बीच भेदभाव पैदा हो इस्लाम में सभी को एक नजर से देखा जाता है इस्लाम में कोई भी जात छोटी या बड़ी भले हो सकती है लेकिन उसके साथ भेदभाव करना सख्त मना है क्योंकि अल्लाह के लिए सभी मुस्लिम एक बराबर है अल्लाह के लिए एक बादशाह और एक फकीर दोनों एक समान है इसका अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं अगर मस्जिद में पहली लाइन में कोई गरीब या छोटा आदमी नमाज के लिए खड़ा हो जाए तो इतनी ताकत किसी भी बादशाह में नहीं है कि वो उस इंसान से कह सकें कि तुम पीछे आओ मुझे आगे खड़े रहने दो इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होते हैं और एक साथ नमाज पढ़ते हैं और किसी तरह का भेदभाव नहीं करते क्योंकि किसी के साथ भेदभाव करने के लिए सख्त मना है।
दूसरे समुदाय को भी चोट पहुंचाना सख्त मना है : अल्लाह की तरफ से हर मुस्लिमों को पैगाम दिया गया है कि कभी भी किसी दूसरे समुदाय के लोगों को बेवजह चोट ना पहुंचाएं क्योंकि जिस तरह से तुम मेरे बंदे हो ठीक उसी तरह से वो भी मेरे बनाए हुए मेरे ही बंदे हैं और 1 दिन उन्हें लौटकर मेरे ही पास आना है।
इस्लाम मज़हब है सबसे पुराना : आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि इस दुनिया के सबसे पहले इंसान और सबसे पहले नबी हजरत आदम अलैहिस्सलाम है और हम सब उन्हीं की औलाद है और इस दुनिया के अंत तक जितने भी लोग पैदा होते रहेंगे यह सब उन्हीं की औलादे होंगी इस दुनिया में सबसे पहले अल्लाह ने हजरत आदम अलैहिस्सलाम को बनाकर उतारा था इसके बाद उन्होंने हजरत आदम अलैहिस्सलाम की तन्हाई को दूर करने के लिए हजरत बीबी हव्वा को उतारा और फिर इन्हीं दोनों से यह दुनिया शुरू हो गई लेकिन धीरे-धीरे करके कुछ औलादे गलत रास्ते पर निकल पड़ी कोई जानवर को पूजने लगा तो कोई शैतान भूत को अपना भगवान मानने लगा तो कोई पत्थर को मानने लगा कोई सूरज को कोई आग कोई बंदर कोई हाथी को अपना भगवान मानने लगा इसलिए अल्लाह ने इस दुनिया में 1 लाख से भी ज्यादा पैगंबरों को उतारा और इंसानों को सही रास्ता दिखाने का हुक्म दिया की इन सभी इंसानों को बताओ अल्लाह के अलावा कोई और मअबूद नही है अल्लाह के अलावा कोई और इबादत के लायक नहीं है और फिर इस्लाम के सबसे आखरी और सबसे बड़े नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो तआला अलेही वसल्लम को भेजा गया।
इनके बाद अल्लाह ने किसी नबी को नहीं भेजा अल्लाह ने कुरान शरीफ की आयतें भी नाजिल किया सारे नबियों के माध्यम से और कुरान शरीफ के माध्यम से इंसानों को सही रास्ता दिखाया।
जो लोग अब इस्लाम को कबूल कर रहे हैं उनके साथ अल्लाह क्या करेगा?
बेशक अल्लाह बहुत ही मेहरबान है और अपने सभी बन्दों को 70 माओं से भी ज्यादा प्यार करने वाला है जो लोग अल्लाह पर अपना ईमान ले आते हैं और अल्लाह की इबादत करने लगते हैं और अल्लाह पर पूरा यकीन करते हैं और मानते हैं कि सबसे बड़े और आखिरी नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो तआला अलेही वसल्लम हैं अल्लाह उन्हें बख्स देता है अल्लाह उनके पिछले सारे गुनाह माफ कर देता है और उनकी जिंदगी की शुरुआत फिर से कर देता है उनके पिछले गुनाह पूरी तरह से माफ कर दिए जाते हैं और फिर अल्लाह उन्हें इस दुनिया के बाद जन्नत में जगह देता है जो कि बहुत ही खूबसूरत है जन्नत की खूबसूरती के आगे यह दुनिया कुछ भी नहीं है लेकिन जो लोग अल्लाह पर यकीन नहीं रखते हैं किसी और को अपना रब मानते हैं अल्लाह की इबादत नहीं करते हैं बेशक अल्लाह उन से बेहद खफा होता है और मौत आने के बाद उनसे बहुत बड़ा हिसाब किताब करता है और सवाल पर सवाल पूछता है कि तुमने मेरे अलावा किसी और को अपना रब क्यों माना मैंने इस दुनिया में इतने सारे नबियों को भेजा कुरान शरीफ को नाज़िल किया ताकि इंसान सही रास्ते पर आ जाए इसके बावजूद भी जो लोग अल्लाह पर ईमान नहीं लाएं हैं अल्लाह के अलावा किसी और की इबादत करते हैं अल्लाह उन्हें जहन्नम की आग में डाल देगा क्योंकि अल्लाह के अलावा कोई और इबादत के लायक नहीं है।
इन्हें भी पढ़ें
- सच्चा धर्म कौन सा है?
- दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
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अंतिम शब्द
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आप लोगों को बताया गया है क्या इस्लाम सच्चा धर्म है और इस्लाम की खासियतें क्या हैं और इस्लाम की क्या-क्या अच्छाइयां है आशा करता हूं कि आज आप लोगों को यह जानकारी काफी पसंद आई होगी और बहुत कुछ आपको इस्लाम के बारे में जानने को मिला होगा अगर अभी भी आपके मन में इससे संबंधित किसी तरह का कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछे और इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

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