अंधभक्त किसे कहते हैं | Andhbhakt kise kahate hain

अंधभक्त किसे कहते हैं | Andhbhakt kise kahate hain



हेल्लो रीडर्स कैसे हो आप सब आशा करता हूँ आप सब बिल्कुल अच्छे होंगे आज के इस आर्टिकल में मैं आपको बताने जा रहा हूं अंधभक्त किसे कहते हैं क्योंकि बहुत सारे लोगों को अभी तक नहीं पता चल पाया है कि andhbhakt kise kahate hain आपने भी अंधभक्त शब्द कभी ना कभी तो जरूर सुना होगा लेकिन अगर आपको नहीं पता है अंधभक्त किसे कहते हैं तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप अंधभक्त से रिलेटेड सारी जानकारी प्राप्त कर लेंगे क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने आपको बहुत ही डिटेल से और बहुत ही गहराई के साथ अंधभक्त कौन होते हैं और अंधभक्त कितने प्रकार के होते हैं इन सब बारे में पूरी जानकारी दिया है बस आपको सिर्फ इतना करना है की पोस्ट पर लास्ट तक बने रहना है तभी आप को अंध भक्तों के बारे में अच्छे से पता चल पाएगा अंधभक्त कौन होते हैं आजकल इंटरनेट पर हर रोज काफी ज्यादा सर्च किया जा रहा है क्योंकि आजकल अंधभक्त काफी चर्चा में चल रहे हैं इसी के चलते हर कोई जानना चाहता है आखिर अंधभक्त कौन होते हैं खासकर के अंधभक्त जैसा शब्द सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है आपने फेसबुक,टि्वटर या यूट्यूब आदि पर अंधभक्त शब्द कमेंट बॉक्स में जरुर देखा होगा इस आर्टिकल में मैंने आपको अंधभक्त को हर श्रेणी में रखकर बताया है।

जैसे की राजनीति में अंधभक्त किसे कहते हैं या धर्म में अंधभक्त किसे कहते हैं आदि तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।

अंधभक्त किसे कहते हैं | Andhbhakt kise kahate hain

सबसे पहले तो आपको बता दूँ अंधभक्त कहीं और अलग दुनिया से पैदा हो कर नहीं आते बल्कि यह भी हमारी तरह ही पैदा होते हैं लेकिन बाद में यह अंधभक्त बन जाते हैं और इन्हें अंधभक्त क्यों कहा जाता है तो आपको बता दूं इन्हें अंधभक्त इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये किसी भी फैसलों को या किसी भी बात को आंखें बंद करके स्वीकार कर लेते हैं इन्हें सच्चाई नहीं जानना होता है इतिहास क्या कहता है उन्हें इससे कोई मतलब नहीं होता है अंधभक्त व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के पढ़े हुए स्टूडेंट होते हैं व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का मतलब तो आप जानते ही होंगे अगर नहीं जानते हैं तो आपको बताना चाहूंगा व्हाट्सएप पर जो ग्रुप बने होते हैं उन ग्रुप में कुछ अंधभक्त लोग भी जुड़े होते हैं आपके व्हाट्सएप ग्रुप में भी कोई ना कोई अंधभक्त जरूर जुड़ा होगा जो फालतू का ज्ञान देते रहता है और उसी ज्ञान को जब दूसरा अंधभक्त पढ़ता है तो वो उसे सही समझ लेता है और उसी को सच्चाई मान लेता है इन्हीं को हम अंधभक्त कहते हैं लेकिन क्या आपको पता है की अंधभक्त का एक भाई होता है जिसे हम गोबर भक्त नाम से जानते हैं अगर आपको नहीं पता है गोबर भक्त किसे कहते हैं तो आगे इस बारे में भी मैं आपको पूरी जानकारी के साथ बताऊंगा।

लेकिन उससे पहले हम अंध भक्तों के बारे में विस्तार से जानेंगे अंधभक्त खास करके बीजेपी समर्थकों को कहा जाता है और ऐसा कहने वाले दूसरे पार्टी के लोग होते हैं जैसे कि कांग्रेश या साइकिल पार्टी और भी तमाम पार्टियां है जो बीजेपी समर्थकों को अंधभक्त कहकर पुकारती है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन्हें अंधभक्त क्यों कहते हैं तो आज आप जान लीजिये इन्हें अंधभक्त का खिताब इसलिए दिया गया है क्योंकि दूसरी पार्टी के लोगों का मानना है कि बीजेपी समर्थक बीजेपी के हर गलत फैसले को भी सही मान लेते हैं फिर वह चाहे बीजेपी का कोई भी फैसला हो गलत होगा तो भी अंधभक्त उसे सही कहेंगे क्योंकि अंध भक्तों को इतनी अक्ल नहीं होती है कि क्या सही है या क्या गलत है बस उन्हें तो इतना पता होता है कि हमारे आका ने जो फैसला ले लिया है वह गलत हो ही नहीं सकता फिर फैसला भले ही गलत क्यों ना हो अंध भक्तों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है हालांकि हर पार्टियों में कुछ अंधभक्त होते हैं लेकिन लोगों का ऐसा मानना है कि ज्यादातर अंधभक्त बीजेपी पार्टी में भरे हुए हैं इस वजह से जब भी अंधभक्त शब्द कहीं देखने को मिलता है तो हमारे दिमाग में बीजेपी समर्थकों की याद आजाती है दूसरी पार्टियों का कहना यह भी है की बीजेपी देश में दंगे फसाद करवा रही है हिंदू मुस्लिम आपस में करवा रही है और साथ ही देश को भी बेच रही है देश में गरीबी आ रही है हमारा देश गलत दिशा में जा रहा है यह दूसरी पार्टी के लोगों का आरोप है।

नोट- आपको यहां पर जितनी भी जानकारी दी गई है andhbhakt kise kahte hai यह सब आपकी नॉलेज और जानकारी के लिए दी गई है हमारा मकसद किसी एक जाती या पार्टी के लोगों को ठेस पहुंचाना नहीं है हमने आपको यहां पर जितनी भी जानकारी दिया है यह सब हमने दूसरी पार्टियों की तरफ से लगे हुए आरोप के तहत दिया है।

अगर आप सोशल मीडिया पर कहीं भी देखेंगे तो अंध भक्तों की कोई भी इज्जत नहीं है इन्हें सरेआम बदनाम किया जाता है क्योंकि इनकी हरकतें ही कुछ ऐसी होती हैं भरोसा करना गलत बात नहीं है भरोसा करना चाहिए लेकिन किसी के इतने भी मुरीद नहीं होना चाहिए कि उसका गलत फैसला भी सही लगने लगे और दूसरी सबसे बड़ी बात ये भी है इन्हें जो कुछ भी बता दिया जाता है यह आंखें बंद करके मान लेते हैं और इतिहास को झुठला देते हैं अगर हमारे देश में अंध भक्तों की संख्या इसी तरह से बढ़ती रहे तो हमारा देश बहुत ही जल्दी बर्बाद होने के कगार पर आ सकता है इसलिए अंध भक्तों को अच्छी शिक्षा देना बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि यह हमारे देश के लिए बड़ा खतरा बन चुके हैं इन्हें ज्ञान तो बिल्कुल भी नहीं होता और ना ही दिमाग होता है फिर भी ये हर जगह अपना ज्ञान हगना शुरू कर देते हैं मैं आपको यही सलाह दूंगा कि अंध भक्तों से कभी भी बहस ना करें क्योंकि इन्हें आज तक कोई भी नहीं समझा पाया है इन्हें सिर्फ और सिर्फ अपने आका की बात ही समझ आती है मुझे उम्मीद है कि अंधभक्त किसे कहते हैं in hindi आपको धीरे-धीरे सब कुछ समझ आ रहा होगा बहुत सारे लोगों का कहना ये भी है अंध भक्तों के पास दिमाग तो होता है लेकिन उनके दिमाग में भूसा भरा होता है और दूसरी सबसे बड़ी बात की इनका दिमाग घुटने में होता है क्या आपने बीजेपी की सरकार आने से पहले अंधभक्त जैसा शब्द कभी सुना है नही सुना होगा राजनीती मे तो बिलकुल भी नही सुना होगा लेकिन जबसे बीजेपी सरकार सत्ते मे आई है तभी से अन्धभ्त्क की संख्या मे काफी बढ़त देखने को मिली है.

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क्यू की इसके पहले हमे कभी भी सोशल प्लेटफार्म पर अंधभक्तों की चर्चा होते हुए नही दिखी क्यू की तब अंधभक्तों ने शायद जन्म नही लिया था अंध भक्त हर पार्टी मे होते हैं किसी भी धर्म जाति के हो सकते हैं लेकिन विपक्ष का कहना हमेशा से यही रहा है की अंधभक्त बीजेपी पार्टी मे बहुत भरे हुए हैं इस पर आपकी क्या राय है.

राजनीती मे अंधभक्त किसे कहते हैं ?

राजनीति मे अंधभक्त साफ तौर पर जो बीजेपी समर्थक होते हैं उन्हें अंधभक्त का ख़िताब दिया गया है और इस ख़िताब को दुसरे पार्टी के लोगों ने दिया है मेरा मानना ये है की जो लोग बीजेपी के किसी भी उमीदवार को टिकट मिलने पर उसे जाने पहचाने बिना ही वोट दे देते हैं उन्हें हम अंधभक्त कह सकते हैं और जो लोग बीजेपी के लिए हुए सभी फैसलों से सहमत होते हैं उन्हें हम अंधभक्त कह सकते हैं लेकिन सारे लोग अंधभक्त भी नही होते हैं बहुत सारे लोग दिमागदार भी होते हैं आखिर बीजेपी समर्थकों को अंधभक्त क्यू कहा जाता है तो आपको बता दूँ ऐसा इसलिए है की कांग्रेस और अन्य पार्टियों का कहना है की बीजेपी देश को गलत तरीके से चला रही है यहाँ की चीजों को बेच रही है और देश की अर्थव्यवस्था भी काफी कमजोर हो चुकी है और और बीजेपी मुस्लिमों के घरों पर बुलडोजर भी चला रही है इस वजह से अंध भक्तों को काफी ज्यादा खुशी हो रही है क्योंकि इनके दिमाग में गोबर भरा हुआ है इन्हें इतनी नफरत और जलन है की सरकार कोई भी गलत काम करें इन्हें बहुत सही लगता है और फिर जब बीजेपी इनके घरों पर कभी कभार बुलडोजर चलवा देती है तो इनका रोना-धोना शुरू हो जाता है और फिर बार-बार कहते हैं हमने तो बीजेपी को वोट दिया था फिर हमारा घर क्यों गिराया जा रहा है और यही अंधभक्त जब दूसरों के घरों पर बुलडोजर चलता है तो बहुत खुश होते हैं इनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है।

अंध भक्तों को महंगाई से और बढ़ती हुई बेरोजगारी से घंटा कोई फर्क नहीं पड़ता ये भले ही चाहे भूखे मर जाएं लेकिन अपने आका के खिलाफ कभी नहीं जाते इनका कहना है कि पेट्रोल डीजल कितना भी महंगा हो जाए नौकरी मिले या ना मिले खाना खाने को मिले या ना मिले हम चाहे भूखे मर जाएँ लेकिन वोट तो हम बीजेपी को ही देंगे क्योंकि बीजेपी हमेशा मुस्लिमों के मजहब में इंटरफेयर करती है फिर वो चाहे हिज़ाब का मैटर हो या तीन तलाक आदि जैसे और भी मसले में अपनी टांग अड़ा चुकी है।

तो अब आप खुद ही समझ सकते हैं जिनकी मानसिकता इतनी गंदी हो दिमाग में गोबर और जहर भरा हो तो लोग इन्हें अंधभक्त नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे इनका काम ही ऐसा है इसी वजह से इन्हें अंध भक्त कहा जाता है andhbhakt kise kahate hain और अंधभक्त कौन होते हैं इस बारे में मैंने आपको अब तक काफी जानकारी दे दिया है।

हिंदू धर्म में अंध भक्त किसे कहा जाता है?

अगर बात की जाए हिंदू धर्म के अनुसार अंधभक्त किसको कहा गया है तो वेदों में गीता में इसका कहीं पर भी कोई जिक्र नहीं है लेकिन फिर भी बड़े बड़े ज्ञानी लोगों का कहना है जो लोग किसी की बातों पर आंख बंद करके भरोसा कर लेते हैं और सच्चाई जानना नहीं चाहते हैं सच्चाई से अपना मुंह फेर लेते हैं और अपना जमीर बेच देते हैं उनका कोई भी धर्म नहीं होता उन्हें ही अंधभक्त कहा जाता है और यही हकीकत भी है अफसोस की बात तो ये है कि आजकल बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दी जा रही है उनके दिमाग में हिंदू मुस्लिम के प्रति  नफरत भरी जा रही है उन्हें गलत रास्ता दिखाया जा रहा है और उन्हें ये भी बताया जाता है कि इतिहास झूठा है अंध भक्तों को खुद से ही मन गढ़त ज्ञान दिया जाता है इस वजह से ये लोग अंध भक्त कहलाते हैं।

मुस्लिम मज़हब में अंधभक्त किसे कहा गया है?

मुस्लिम के मज़हब में अंधभक्त जैसे शब्द का कहीं पर कोई ज़िक्र नहीं है लेकिन मुस्लिमों का मानना है कि जो लोग एक अल्लाह पर यकीन नहीं रखते हर किसी को अपना भगवान बना लेते हैं और पत्थरों को पूजते हैं उन्हें ही अंधभक्त कहा जाता है और जो लोग मुस्लिमों से नफरत करते हैं उनकी मस्जिदों में और उनके कानूनों में इंटरफेयर करते हैं उन्हें ही अंधभक्त कहा गया है जो लोग मुस्लिमों का सम्मान नहीं करते उन्हें ही अंधभक्त कहते हैं दूसरे समुदाय के लोग कहते हैं हल्दीघाटी का युद्ध हुआ तो उसमें महाराणा प्रताप अकबर से नहीं हारे थे जबकि इतिहास हमें बताता है अकबर की सेना ने महाराणा प्रताप की सेना को पूरी तरह से खत्म कर दिया था और अंतिम में महाराणा प्रताप को युद्ध का मैदान छोड़कर भागना पड़ा था ताकि वो अपनी जान बचा सके लेकिन अंधभक्त इस बात को मानने को तैयार नहीं है अंध भक्तों का कहना है कि महाराणा प्रताप कहां इतने लंबे चौड़े और उनके सामने अकबर हाइट में काफी छोटे थे इस वजह से महाराणा प्रताप को अकबर कभी भी नहीं हरा सकते अब तो आप समझ ही गए होंगे हम भक्तों का दिमाग इतना ज्यादा चलता है ये लोग हाइट से ही अंदाजा लगा लेते हैं युद्ध कौन जीता होगा और कौन हारा होगा इसी वजह से मुस्लिम समुदाय के लोग इन्हें अंधभक्त कहते हैं आपकी इस पर क्या राय है।

अंधभक्त का पिता किसे कहते हैं ?

अंधभक्त जिसे अपना आका मानते हैं उन्हें ही उनका बाप कहा अंधभक्त जिसके गलत फैसले से सहमत हो जाए जिसकी गलत बातों में आ जाए और उसे पूरा सपोर्ट करें वही उनके पिता होते हैं अब तो आपको पता चल गया होगा अंधभक्त का पिता किसे कहते हैं।

अंधभक्त कितने प्रकार के होते हैं ?

वैसे तो अंध भक्त कई प्रकार के होते हैं लेकिन खासकर के दो प्रकार के होते हैं एक तो राजनीति वाले अंधभक्त होते हैं और दूसरे धर्म वाले अंधभक्त होते हैं अब आपको बता दूं कि दोनों के अपने-अपने क्या काम है जो राजनीति वाले अंधभक्त होते हैं ये हमेशा अपने आका की गुलामी करते हैं और उनकी हां में हां मिलाते हैं उनके हर फैसले से सहमत हो जाते हैं और जो धर्म वाले अंधभक्त होते हैं वो दूसरों के धर्मों के खिलाफ जहर उगलते हैं और माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं साथ ही दूसरों के धर्मों में इंटरफेयर की करते रहते हैं अंधभक्त कभी अपने में खुश हो ही नहीं सकते ये जब तक दूसरों के दिमाग का दही ना बना डाले इन्हें सुकून नहीं मिलता है।

भक्त और अंधभक्त में अंतर ?

आइये अब भक्त और अंधभक्त में अंतर जानते हैं सबसे पहले तो आपको बता दूं भक्त किसे कहते हैं जो लोग किसी दूसरों की बात में नहीं आते और आंखें बंद करके भरोसा नहीं करते और कभी गलत का साथ नहीं देते हैं हमेशा सच पर अडिग रहते हैं उन्हें ही भक्त कहते हैं जिनके दिल में दूसरों के लिए इज़्ज़त और प्रेम होता है उन्ही को भक्त कहते हैं और जो लोग बिना किसी बात के हर वक्त बहस करते रहते हैं और फिजूल की बातें करते हैं इतिहास को झुठलाते हैं और दूसरे लोगों से नफरत करते उनके खिलाफ साजिशें करते हैं उन्हें ही हम अंधभक्त के नाम से जानते हैं अंधभक्त किसे कहते हैं अब तक आपको इस बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी।

अंध भक्तों का इलाज ?

अगर अंध भक्तों का इलाज करना चाहते हैं तो इसके लिए इन्हें बचपन से ही अच्छी शिक्षा देनी होगी और अगर ये बड़े होकर अंध भक्त बन चुके हैं तो इनको फिर से अच्छी तरह से ज्ञान देने की जरूरत है इन्हें समझाना चाहिए की नफरत करने में कुछ नहीं रखा है अपने काम से मतलब रखना चाहिए दूसरे के कामों में टांग नहीं अड़ाना चाहिए अगर उसके बावजूद अंधभक्तों को आपकी बात समझ ना आए तो फिर इनका एक ही इलाज हो सकता है और वो ये है कि अंधभक्तों को सुबह और शाम जूते को अच्छी तरह से पानी में भिगोकर इन्हें हर रोज खुराक देनी चाहिए तब जाकर शायद अंधभक्तों को कुछ अक्ल आ जाए।

गोबर भक्त किसे कहते हैं ?

गोबर भक्त भी अंध भक्तों की तरह ही होते हैं अगर गोबर भक्तों को अंधभक्त कहा जाए या अंधभक्त को गोबर भक्त कहा जाए तो इसमें कुछ भी गलत नहीं होगा क्योंकि ये दोनों भाई-भाई होते हैं इन दोनों में ज्यादा कुछ अंतर भी नहीं होता है दोनों का काम वही होता है दोनों के दिमाग में गोबर और भूसा भरा होता है इसलिए इन्हें अंधभक्त कहो या गोबर भक्त कहो बात एक ही है।

अंध भक्तों की सिंपल परिभाषा क्या है?

 जो लोग कभी विकास की नहीं सोचते हैं न ही रोजगार  के लिए  सोचते हैं और ना ही उन्हें अपने बच्चों के फ्यूचर की कोई चिंता होती है ना ही अपने बच्चों को सही शिक्षा देते हैं  और दूसरे को अपना आका मानते हुए  उनके गलत फैसले को भी सही ठहरा देते हैं इन्हें ही हम अंध भक्त कहते हैं।

क्या अंधभक्त कभी सुधर सकते हैं?

जी नहीं जहां तक इसका जवाब ना ही होगा क्योंकि अंध भक्तों को समझाना हाथी को पैजामा पहनाने के बराबर होता है ये लोग अलग से ज्ञान लेकर आते हैं जिसका असलियत से कोई भी नाता नहीं होता है।

अंधभक्त दिखने में कैसे होते हैं?

अंध भक्त दिखने में बिल्कुल नॉर्मल ही होते हैं जो आम इंसान के जैसे दिखते हैं बस फर्क इतना होता है कि इनके दिमाग में गंदगी भरी होती है और इन्हें सही जानकारी नहीं होती है।

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अंतिम शब्द

आज के इस आर्टिकल में माध्यम से आपने जाना है अंधभक्त किसे कहते हैं या अंधभक्त कौन होते हैं मुझे उम्मीद है की ऊपर दी गई सारी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आज आपको अंध भक्तों के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा अगर अभी भी आपके मन में इस तरह का कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछ ले हम आपके सवालों के जवाब देने का पूरा प्रयास करेंगे अगर पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करें पोस्ट को शुरू से लेकर आखिर तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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